DHFL का 'अंडरवर्ल्ड कनेक्शन'! दाऊद इब्राहिम के करीबी इकबाल मिर्ची से जुड़े थे कंपनी के तार?
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC) घोटाले में एक तरफ HDIL कंपनी की मुश्किलें बढ़ रही हैं तो वहीं, अब इसी परिवार की एक और कंपनी DHFL को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.
राकेश वाधवान की कंपनी HDIL, पीएमसी बैंक घोटाले में आरोपी है.
राकेश वाधवान की कंपनी HDIL, पीएमसी बैंक घोटाले में आरोपी है.
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC) घोटाले में एक तरफ HDIL कंपनी की मुश्किलें बढ़ रही हैं तो वहीं, अब इसी परिवार की एक और कंपनी DHFL को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, राकेश वाधवान के सगे भाई के बेटे कपिल वाधवान और धीरज बाबा दीवान की कंपनी DHFL (दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड) के तार इकबाल मिर्ची से जुड़े होने की जानकारी सामने आ रही है.
सूत्रों की मानें तो अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के बेहद करीबी माने जाने वाले इकबाल मिर्ची से जुड़े मामले की जांच में जुटी एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की तफ्तीश एक बड़ा खुलासा हुआ है. किसी जमाने में HDIL और DHFL दोनों एक ही कंपनियां हुआ करती थी. बता दें HDIL और DHFL दोनों कंपनियों के मालिक सगे रिश्तेदार हैं. राकेश वाधवान की कंपनी HDIL, पीएमसी बैंक घोटाले में आरोपी है.
सूत्रों के मुताबिक, ED जब इकबाल मिर्ची के खिलाफ 1984 से 1999 में दर्ज आठ केस में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही थी, उसमें ये बात सामने आई है. ज़ी मीडिया के पास ED के डॉक्यूमेंट्स की कॉपी है, जिससे पता चलता है कि ED ने मुंबई और बंगलुरु में कुल मिलाकर 11 जगहों पर छापेमारी की है. इसमें कई दस्तावेज सबूत, डिजिटल सबूत और ई-मेल कंटेंट की बरामदगी हुई है. साथ ही DHFL का लिंक सामने आया है.
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ED के जांच के दस्तावेजों के मुताबिक, 1986 में इकबाल मिर्ची ने मुंबई के अपमार्केट वर्ली इलाके में तीन बिल्डिंग सी-व्यू (Sea View), मरियम लॉज (Marium Lodge) और राबिया मेंशन (Rabia Mansion) को कुल 6.5 लाख रुपये में खरीदा था. बाद में 2010 में मिर्ची की फ्रंट कंपनी ने ये तीनो बिल्डिंग 220 करोड़ में सनब्लिंक (Sunblink) कंपनी को बेच दी और उससे आए पैसे में से 30 करोड़ ब्रोकर रंजीत सिंह बिंद्रा को गए. वहीं, बाकी कुछ हिस्से बांटकर मिर्ची के पास कुल 170 करोड़ रुपए पहुंचे थे. इससे मिर्ची ने दुबई में एक फाइव स्टार होटल खरीदा था.
इस मामले में जिस सनब्लिंक कंपनी का नाम सामने आया है वो DHFL से जुडी हुई है. सूत्रों के मुताबिक, साल 2010 में ही DHFL ने सनब्लिंक को 20 करोड़ से ज्यादा की रकम दी थी और पिछले 9 सालों में 2000 करोड़ की रकम दे चुकी है. मामला यहीं खत्म नहीं होता. DHFL-Sunblink का रिश्ता सिर्फ रकम देने तक सीमित नहीं था. सनब्लिंक के डायरेक्टर मेहुल अनिल भाविशी, DHFL के बेहद करीबी बलविंदर सिंह, सरूप सिंह मल्होत्रा के साथ एक दूसरी संदेहास्पद कंपनी व्हाइट लॉयन रियल एस्टेट डेवलपर्स समेत दूसरी कंपनियों में भी एक साथ डायरेक्टर और पार्टनर हैं. इसी व्हाइट लॉयन रियल एस्टेट डेवलपर्स को एक्सटॉर्शन से बचाने के लिए DHFL ने 15 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम एक आरोपी को करीब दो साल पहले चुकाई थी. उस मामले की जांच सीबीआई अलग से कर रही है.
DHFL से जुड़े 14 ठिकानों पर ED ने शनिवार को रेड की और उसके बाद वहां से मिले डाक्यूमेंट्स और मिर्ची से जुड़े केस के मामले में अरेस्ट हुए एक ट्रस्ट के मुखिया हारून युसूफ और प्रॉपर्टी एजेंट रंजीत सिंह बिंद्रा से पूछताछ की और 18 लोगों के स्टेटमेंट लेने के बाद ED को इशारा मिला कि कुछ शेल कंपनियों और पैसे के लेनदेन के जरिए मिर्ची और DHFL के तार जुड़े हो सकते हैं और उसी एंगल की जांच ED कर रही है.
किन पहलुओं पर जांच कर रहा है ED?
1- क्या प्रॉपर्टी डील से जुड़ी रकम कैश में दी गई?
2- उसको मिर्ची तक दुबई में पहुंचाने में किन हवाला चैनल का इस्तेमाल हुआ.
3- DHFL से डायरेक्टली जुड़ी या शेल कंपनी का मिर्ची के व्हाइट कॉलर बिजनेस से क्या संबंध था.
DHFL यानी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है. इसके प्रमुख कपिल वधावन हैं. कई अलग-अलग मामलों में अलग-अलग सरकारी एजेंसियों की जांच चल रही है. कंपनी का लगभग दिवाला निकल चुका है. इसके शेयर की कीमत पिछले डेढ़ साल में 650 रुपए से गिरकर 20 रुपये के आसपास पहुंच गई है. अगर ED की जांच में और तथ्य सामने आते हैं तो बड़ी कार्रवाई होने की संभावना है.
क्या है कंपनी का रिएक्शन?
ज़ी मीडिया ने इस मामले में DHFL से भी प्रतिक्रिया ली है. कंपनी का कहना है कि NBFC क्राइसिस ने DHFL के बिजनेस और ऑपरेशन पर असर डाला है. हम बैंक से जुड़े मामलों को सुलझाने की कोशिश में लगे हुए हैं. उस सबके के बीच इस तरह की कंट्रोवर्सी होना दुर्भाग्यपूर्ण है. गलत आरोप और बयान वाली मीडिया रिपोर्ट्स से DHFL प्रमोटर्स का परिवार आहात हुआ है. हम जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग किया है और आगे भी करते रहेंगे. खुद को निर्दोष साबित करने के लिए भी प्रयास करते रहेंगे. हमने पूरी तरह कानूनी काम किया है.
02:58 PM IST